शौक़ बहराइची वाक्य
उच्चारण: [ shauk bheraaichi ]
उदाहरण वाक्य
- उस वक़्त अब्बा के मुंशी हज़रत शौक़ बहराइची थे जो मज़ाहिया (व्यंग्य) शायर थे.
- शौक़ बहराइची की एक मात्र आयल पेंटिग वाली फोटो के बारे में ताहिर नक़वी बताते हैं “
- शौक़ बहराइची का जन्म 6 जून, 1884 को अयोध्या के सैयदवाड़ा मोहल्ले में एक साधारण मुस्लिम शिया परिवार में हुआ था।
- शौक़ बहराइची के बहराइच में बीते दिन काफ़ी ग़रीबी में रहे और यहाँ तक की उन्हें कोई मदद भी नहीं मिलती रही।
- उस वक़्त अब्बा के मुंशी हज़रत शौक़ बहराइची थे जो मज़ाहिया (व्यंग्य) शायर थे. उन्होंने इस प्रस्ताव का समर्थन किया.
- शौक़ बहराइची (अंग्रेज़ी: Shauq Bahraichi, जन्म: 6 जून, 1884-मृत्यु: 13 जनवरी, 1964) का वास्तविक नाम ' रियासत हुसैन रिज़वी ' था।
- रियासत हुसैन रिज़वी उर्फ ‘ शौक़ बहराइची ' के नाम से शायरी के नए आयाम गढ़ने लगे, जो काम 13 जनवरी, 1964 में हुई उनकी मौत तक बदस्तूर जारी रहा।
- शौक़ बहराइची की मौत के 50 वर्ष बीत जाने के बाद भी इनके बारे में कहीं कोई सुध ना लेना एक मशहूर शायर को काफ़ी गुमनाम मौत देने का जिम्मेदार साहित्य की दुनिया को माना जा सकता है।
- नेताओं व ग़लत कार्यों में लिप्त व्यक्तियों पर कटाक्ष करने के लिए नीचे दिया गया शेर देश में सर्वाधिक इस्तेमाल होता है पर बहुत कम ऐसे लोग हैं, जिन्हें यह पता होगा कि इस शेर को लिखने वाले शायर का नाम ' शौक़ बहराइची ' है।
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